बहुत ज्यादा एंटीबायोटिक्स दवाओं के सेवन से हो सकती हैं ये समस्याएं
एंटीबॉयटिक्स दवाओं की खोज ने दुनिया के नजरिये को ही बदल के रख दिया, धीरे-धीरे लोग इसके आदी हो गये और इतने आदी हो गये कि हर तरह के दर्द और सामान्य समस्या में भी इसका सेवन करने लगे। लेकिन यह जितनी शीघ्रता से दर्द को दूर करता है, बीमारियों से बचाता है उतना ही बुरा शरीर पर असर इसका पड़ता है, इसके साइड इफेक्टस बहुत खतरनाक भी हो सकते हैं। जैसा की नाम से स्पष्ट है कि एंटीबॉयटिक बैक्टीरिया को मारता है, लेकिन ये ऐसे शरीर के लिए जरुरी बैक्टीरिया को भी ख़त्म कर देता है जो की आपके शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत ही ज्यादा आवश्यक होता है।
ज्यादा एंटीबायोटिक्स दवाओं का अत्यधिक इस्तेमाल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को नुकसान पहुंचाता है| जरुरत से ज्यादा एंटीबायोटिक्स लेने से रोग प्रतिरोधी कोशिकाओं को दुरुस्त रखने और संक्रमणों को दूर रखने वाले शरीर के 'अच्छे' विषाणु ख़त्म हो सकते हैं| वैज्ञानिकों ने सचेत किया है कि इन दवाओं का अत्याधिक उपयोग शरीर के लिए कुछ अच्छा करने की वजाय उसे बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाता है| इस लिए एंटीबायोटिक्स का उपयोग बहुत ज्यादा ध्यान से करना चाहिए | कई बार हम अपनी मर्जी से कई प्रकार की दवाइयां कोई छोटी मोटी प्रोब्लेम्स होने पर ऐसे ही किसी केमिस्ट या मेडिकल स्टोर से खरीद के खा लेते हैं , इसमें बहुत ज्यादा ध्यान रखने की जरुरत है, हमें अपने डॉक्टर्स की सलाह के बिना कोई भी दवा नहीं खानी चाहिए||
हमारे शरीर की अंदरूनी रोग प्रतिरोधक क्षमतायें संक्रमण से लड़ने और अवांछित जलन एवं सूजन को कम करने में प्रभावी हैं परन्तु एंटीबायोटिक्स दवाओं का निरंतर उपयोग ऐसी प्राकृतिक क्षमताओं को कमज़ोर कर सकता है |
गौरतलब है की अमेरिका की ‘केस वेस्टर्न यूनिवर्सिटी’ के खोजकर्ताओं ने “हमारे शरीर में रहने वाले” विषाणु, उनके फैटी एसिड और श्वेत रक्त कणिकाओं के कुछ प्रकारों का विश्लेषण किया जो मुंह के संक्रमण से लड़ने में सक्षम होते हैं.
तथा उन्होंने इसके वारे में विश्लेषण किया है की "वहुत से जानलेवा संक्रमणों को ठीक करने के लिए एंटीबायोटिक्स दवाओं की जरूरत पड़ती है, परन्तु एंटीबायोटिक्स दवाओं के बेवजह प्रयोग से कोई लाभ नहीं होता है, इससे केवल नुक्सान ही पहुँचता है|” इसीलिए कहा जा रहा है की बनायें एंटीबॉयटिक से दूरी|
एंटीबॉयटिक के साइड इफेक्ट से बचने के लिए धूम्रपान तथा शराब के सेवन से बचें। सभी प्रकार के सोडा से दूरी बनाकर रखें। चॉकलेटस , मीठे और स्टार्च वाले आहार से दूर रहें। इसके अलावा डेयरी उत्पाद, फैटी और मसालेदार भोजन, चाय और कॉफी का सेवन न करें तथा पानी का अत्यधिक मात्रा में सेवन करें।
एंटीबॉयटिक के साइड इफेक्ट से बचने के लिए धूम्रपान तथा शराब के सेवन से बचें। सभी प्रकार के सोडा से दूरी बनाकर रखें। चॉकलेटस , मीठे और स्टार्च वाले आहार से दूर रहें। इसके अलावा डेयरी उत्पाद, फैटी और मसालेदार भोजन, चाय और कॉफी का सेवन न करें तथा पानी का अत्यधिक मात्रा में सेवन करें।
कहा भी गया है की "हेल्थ इज़ वेल्थ" इसलिए हमें स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं उठाना चाहिए|
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